
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ मकर संक्रांति को सामाजिक समरसता दिवस के रूप में मनाता है। अतीत में कुछ सदियों तक हमारे समाज की समरसता में कमजोरी आई थी, जिससे विधर्मी आक्रमणकारियों से हमारा पराभव हुआ। आज हम आजाद हैं, तो हमें अपनी सारी कमजोरियों को दूर करना होगा। इसी लिए संघ सामाजिक समरसता, परिवार प्रबोधन, पर्यावरण संरक्षण, स्वदेशी, स्वभाषा, धर्म - संस्कृति के संरक्षण के लिए प्रयास कर रहा है। उक्त बातें झझरा पाण्डेय मे आयोजित कार्यक्रम में खण्ड संघ चालक सूर्यकान्त । मुख्य अतिथि विभाग गौ सेवा प्रमुख जितेन्द्र सिंह ने कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम राम हम सबके आराध्य देव हैं। इसलिए समाज को उनके आदर्शो का अनुसरण भी करना चाहिए। माता शबरी, सखा निषाद राज का सम्मान कर राम नर से नारायण हो गये। आतताई रावण का नाश भगवान राम अपनी दैवी शक्ति से चुटकियों में कर सकते थे, पर उन्होंने वानर भालुओं की संगठित शक्ति का गठन कर रावण पर विजय प्राप्त किया। उनका संगठन का संदेश संघ ने अपनाया। इसीलिए हम गीत गाते हैं "संगठन गढ़े चलो सुपंथ पर बढ़े चलो, भला हो जिसमें देश का वो काम सब किए चलो।" हमें भी सबको एक स्थान देना चाहिए, यही सनातन दर्शन है ।
कार्यक्रम की अध्यक्षता तेजबली सिंह तथा संचालन अमन कुमार ने किया। कार्यक्रम के सह आयोजक ग्राम प्रधान पृथ्वीराज साहू ने जरूरतमंदों को कम्बल वितरण कर सबको धन्यवाद दिया और कहा कि जन सेवा का संकल्प लेकर जनता के बीच मे समर्पित लहूगा । प्रमुख रूप से भाजपा नारीबारी मण्डल अध्यक्ष अंजनीलाल आर एस एस के बृजेश कुशवाहा, सुनील सिंह, प्रधान संघ अध्यक्ष पुष्पराज सिंह, दिनेश मिश्र,सुभाष सिंह, अंजनीलाल, त्रिवेणी प्रसाद पाण्डेय, राम प्रकाश सिंह, सन्दीप गुप्ता, मंगलेश सिंह, रवि कुमार सहित भारी संख्या संख्या में स्वयंसेवक , ग्रामीण और महिलाएं उपस्थित रहे।प््र्र धान नेे लोगो काा आभार व्यक्त कियाा