
गाड़ी संख्या 15018 गोरखपुर एलटीटी काशी एक्सप्रेस जो ट्रेन गोरखपुर से चलकर एलटीटी के लिए जाती है इस ट्रेन को जगह-जगह रोक कर के और पैसेंजर ट्रेन को निकला जाता है कृषक को निकालने के लिए जो बनारस सिटी तक जाती है उसके लिए सारनाथ में काशी को रोका गया घंटा भर से ऊपर बाघमार स्टेशन पर गाड़ी को साइड कर के और तीन चार गाड़ियां निकाली गई 14 तारीख को सारनाथ में कृषक के लिए खड़ी की गई और 15 तारीख को बाघमार में साइड कर के पिछे से तीन चार गाड़ी निकली गई हर स्टेशन पर रोकी जा रही है और पीछे से दूसरी गाड़ी की क्रॉसिंग दी जा रही है चाहे वह पैसेंजर हो या मालगाड़ी हो रेलवे लाइन पर काम चालू है यह सब कुछ समझ में आता है पर दूसरे गाड़ी के लिए नहीं खाली इसी गाड़ी के लिए क्यों कम दूरी वाली ट्रेन को निकाल के और लंबा दूरी के ट्रेन को रोका जा रहा है जिससे पैसेंजरों में उबाल उबाल देखने को मिली बाघमार स्टेशन पहुंचते पहुंचते गाड़ी 4:30 से 5 घंटा लेट हो गई जबकि लेट जानबूझकर की गई दूसरी बात इस रेलवे में ना साफ सफाई है शौचालय इतने गंदे हैं जिसका कोई अंदाजा नहीं कैंटीन वाले का मनमानी चल रहा है कोई भी खाना का मीनू नहीं है उसके पास जो जितना में चाहे उतना में बेचे एक-एक पकौड़ा ₹10 में बेची जा रही है एक-एक पीस पानी का बोतल 15 का बाजार 20 में बेचा जा रहा है कैंटीन वाले से कहने पर बोलता है कि सर आप अपना देखिए दूसरे को छोड़िए आपके लिए हम सस्ता दे देंगे बेडशीट बिना धुलाई का है अटेंडेंस बोल रहा है कि सर आपको मैं लाकर के और फर्स्ट क्लास से दिया हूं जब हम उनसे पूछे कि भाई फर्स्ट एसी में 2टायर में 3 टायर में अलग-अलग धुलाई होता है क्या तो बता रहा है कि हां सर फर्स्ट एसी का अलग बेडशीट है सेकंड का अलग अलग थर्ड का अलग बेडशीट है जबकि सबका साइज एक है तो धुलाई अलग-अलग क्यों सरकार इसके ऊपर ध्यान नहीं दे रही है अंदर में करप्शन और भ्रष्टाचार रेलवे के अंदर चरन पर है यह अंदर में नंबर उन्हीं का ठेकेदार का है ताकि जो उनसे कांटेक्ट करेगा उसको मैनेज करेंगे उसके लिए दूसरा दिला देंगे इसके ऊपर फाइन बैठना चाहिए जिसका भी कांटेक्ट है उसका फाइन नहीं बैठेगा तो सुधरेगा नहीं लेकिन फाइन लगाएगा कौन फाइन लगाने वाला कोई नहीं है मै चाहता हु कि उस कॉन्टैक्टर का पैसा काट करके पैसेंजर को जब दिया जाएगा तब उसको समझ में आएगा और पैसेंजर को भी समझ में आएगा कि हां उसके ऊपर पेनाल्टी बैठा लापरवाही भ्रष्टाचार रेलवे में तो खास तौर पर भ्रष्टाचार देखने को मिल रहा है बोगी के अंदर 14/4/2025 से 15/4/2025 तक काशी मे लप्रवाही और भ्रष्टाचार ही देखने को मिला इसके बाद कुछ नहीं हर जगह लूट मचा हुआ है सफाई के नाम पर ठेकेदार पैसा लूट रहा है कैंटीन वाले लूट रहे हैं मनमानी चल रहा है